निरंकारी मिशन के प्रोजेक्ट अमृत के तृतीय चरण का शुभारम्भ 23 को
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandi / Deshraj Sharma
स्वच्छ जल, स्वच्छ मन की ओर एक सार्थक कदम
संत निरंकारी मिशन की सेवा भावना और मानव कल्याण के संकल्प को साकार करने के लिए प्रोजेक्ट अमृत के अंतर्गत स्वच्छ जल, स्वच्छ मन परियोजना के तृतीय चरण का भव्य शुभारंभ 23 फरवरी को माता सुदीक्षा एवं निरंकारी राजपिता रमित की कृपा से ऋषिकुल के पास महर्षि कश्यप घाट, राम घाट, मालवीय घाट, गोविन्द घाट, गुरु नानक घाट पर किया जायेगा। इस परियोजना का उद्देश्य जल संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है, ताकि भावी पीढि़यों को निर्मल जल और स्वस्थ पर्यावरण का वरदान प्राप्त हो सके।
संत निरंकारी मिशन ने बाबा हरदेव सिंह महाराज की शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए वर्ष 2023 में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से प्रोजेक्ट अमृत का शुभारंभ किया था। इस दिव्य पहल का उद्देश्य केवल जल स्रोतों की स्वच्छता सुनिश्चित करना ही नहीं, बल्कि जल संरक्षण को मानव जीवन का अभिन्न अंग बनाने की सोच को विकसित करना है। नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं और झरनों जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों की स्वच्छता एवं संरक्षण को समर्पित इस महाअभियान ने अपने पहले दो चरणों में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। इसी प्रेरणा के साथ, इस वर्ष तृतीय चरण को और अधिक व्यापक, प्रभावी एवं दूरगामी दृष्टि से आगे बढ़ाया गया है, ताकि यह अभियान निरंतर विस्तार पाकर समाज में जागरूकता, सेवा और समर्पण की एक सशक्त लहर उत्पन्न करे।
संत निरंकारी मंडल के जोगिंदर सुखीजा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह वृहद अभियान देशभर में 27 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 900 से अधिक शहरों में 1600 से भी अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा। इस महाअभियान की यह अभूतपूर्व व्यापकता इसे एक ऐतिहासिक स्वरूप प्रदान करेगी, जिससे जल संरक्षण एवं स्वच्छता का संदेश और अधिक प्रभावशाली रूप से जन-जन तक पहुंचेगा।
हरिद्वार में इस अभियान को पूर्व की भांति आओ सवारें, गंगा किनारे के प्रेरक संदेश के साथ आयोजित किया जा रहा है। संत निरंकारी मिशन के हरिद्वार, ज्वालापुर, मसाईकला, लाममजाहिदपुर के समर्पित स्वयंसेवक के साथ-साथ एसएनसीएफ के युवाओं के साथ मिलकर जल संरक्षण और स्वच्छता का संदेश जन-जन तक पहुंचाएंगे। जागरूकता सेमिनार और सोशल मीडिया अभियानों के माध्यम से जल जनित रोगों और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है। यह पहल केवल सफाई तक सीमित न रहकर आज की युवा पीढ़ी को समाज कल्याण की दिशा में सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।
