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आईआईटी रुड़की जी20 मानक संवाद में चमका, वैश्विक मंच पर किया भारत का प्रतिनिधित्व

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Kuldeep khandelwal/ niti sharma/ kaviraj singh chauhan

रुड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रूड़की ने हितधारक जुड़ाव व वैश्विक मानकीकरण को मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करते हुए “जी20 मानक संवाद” कार्यक्रम में अपनी छाप छोड़ी। भारत की जी20 प्रेसीडेंसी के ढांचे के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में अधिक समावेशी और टिकाऊ भविष्य के लिए स्थिरता, नियामक प्रथाओं और मानकीकरण पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया।

प्रोफेसर दीपक खरे, कुलशासक, वित्त एवं योजना, व बीआईएस अध्यक्ष प्रोफेसर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की ने “मानकीकरण के लिए हितधारकों की भागीदारी” विषय पर सत्र में पैनलिस्ट के रूप में मुख्य भूमिका निभाई। उन्होंने मानकीकरण के लिए हितधारकों की सहभागिता को आगे बढ़ाने में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर अंतर्दृष्टि साझा करते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की एवं शिक्षा जगत का प्रतिनिधित्व किया। प्रोफेसर खरे ने प्रोफेसर के.के. पंत, निदेशक, आईआईटी रूड़की के दूरदर्शी नेतृत्व में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की द्वारा की गई विभिन्न पहलों पर भी प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, जर्मनी और भारत के विशेषज्ञों एवं पैनलिस्टों के साथ वैश्विक भागीदारी देखी गई। इस विविध प्रतिनिधित्व ने वैश्विक मानकों और टिकाऊ प्रथाओं पर सहयोग को बढ़ावा देने में जी20 मानक संवाद के अंतर्राष्ट्रीय महत्व को प्रदर्शित किया।
प्रोफेसर खरे ने मानकीकरण व सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हितधारकों की भागीदारी को आगे बढ़ाने में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए निष्कर्ष निकाला। उन्होंने कहा, “शैक्षणिक संस्थान मानकीकरण के लिए हितधारकों की भागीदारी को मजबूत करने में योगदान दे सकते हैं। यहाँ तक कि वे अपने भारतीय मानकों में टिकाऊ आवश्यकताओं को शामिल करके सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में भी योगदान दे सकते हैं। सभी संस्थानों में, कई सेवाएँ (निर्माण/प्रयोगशाला/मशीनें, आदि), जहाँ मानकों का उपयोग अनिवार्य है, बीआईएस के परामर्श से किसी विशिष्ट विषय पर आधे दिन/एक दिवसीय कार्यशालाएँ आयोजित कर सकते हैं। शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के माध्यम से मानकीकरण के लिए हितधारकों की भागीदारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।”
“जी20 मानक संवाद” 2-3 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली के प्रतिष्ठित भारत मंडपम में आयोजित किया गया था। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा आयोजित व उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समर्थित, इस कार्यक्रम में तीन सूचनात्मक सत्र शामिल रहे।
प्रत्येक सत्र में पैनल चर्चा एवं विश्व मानक सहयोग के तीन घटक निकायों के नेतृत्व की भागीदारी शामिल थी: अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रोटेक्निकल कमीशन (आईईसी), मानकीकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन (आईएसओ), एवं अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू)
इस आयोजन को प्रमुख सरकारी अधिकारियों से समर्थन व मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। उद्घाटन सत्र में, माननीय राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे की उपस्थिति में इसे सम्मानित किया गया, और समापन सत्र में, भारत सरकार के उपभोक्ता मामले विभाग के माननीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाई। बीआईएस के महानिदेशक (डीजी) श्री प्रमोद कुमार तिवारी के नेतृत्व में कार्यक्रम का समग्र आयोजन सराहनीय रहा ।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की के निदेशक प्रोफेसर केके पंत ने जी20 मानक संवाद कार्यक्रम में संस्थान की भूमिका पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “आईआईटी रूड़की में, हम नवाचार एवं वैश्विक सहयोग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जी20 मानक संवाद में हमारी सक्रिय भागीदारी अकादमिक उत्कृष्टता व हितधारक जुड़ाव के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है। हमारा मानना है कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए समावेशी मानकीकरण महत्वपूर्ण है, और इस आयोजन में हमारा योगदान इस दृष्टिकोण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है।”जी20 मानक संवाद में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की की भागीदारी वैश्विक मानकों एवं स्थिरता को आगे बढ़ाने की इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो इस महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मंच में भारत के नेतृत्व में महत्वपूर्ण योगदान देती है।

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