हरिद्वार। विजिलेंस टीम ने लक्सर तहसील के संग्रह अमीन व अनुसेवक को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। शिकायतकर्ता मोहम्मद आरिफ निवासी अब्दुल रहीमपुर, थाना खानपुर ने बताया कि उसके पास दो गाडि़यां थी, जो उसके और उसकी पत्नी के नाम थी। उसने अपने नाम केटेम्पो ट्रेवलर व अपनी पत्नी नाम से मिनी बस को करीब चार साल पहले किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया था। परिवहन विभाग ने दोनों गाडि़यों की आरसी काट दी थी। जिसे वह जमा नहीं कर पा रहे था। जिसकी वसूली के लिए संग्रह अमीन गाड़ी के स्वामी प्रथम पक्ष मोहम्मद आरिफ पर जमा करने का दबाव डाल रहे थे। गाडि़यों के बिक्री संबंधी कागजात गलती से आग में जलकर नष्ट हो गए थे। नतीजतन, वाहन किसको बेचा उसकी जानकारी वाहन स्वामी मोहम्मद आरिफ के पास नहीं थी। दोनों वाहनों की वसूली के सम्बन्ध में जारी आरसी को परिवहन विभाग को वापस करने व जेल भेजने से बचाने की एवज में संग्रह अमीन रवि पाल ने वाहन स्वामी मोहम्मद आरिफ से 15000 रुपए रिश्वत की मांग की। जिसमें मोहम्मद आरिफ ने रवि पाल को चार दिन पहले 5000 दे दिए थे और 10000 बाद में देने का वादा किया था। इसी बीच वाहन स्वामी मोहम्मद आरिफ को बिजलेंस विभाग का नंबर मिल गया और उन्होंने विजिलेंस विभाग को इस संबंध में जानकारी दी। शिकायत मिलने पर विजिलेंस की टीम ने शुक्रवार को रवि पाल संग्रह अमीन तहसील लक्सर व पदम प्रकाश अनुसेवक को शिकायतकर्ता से 10000 की रिश्वत लेते हुये लक्सर बालावाली तिराहा से रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तार संग्रह अमीन रवि पाल व उनके अनुसेवक पदम सिंह के खिलाफ विजिलेंस टीम कार्रवाई में जुट गई है। पूछताछ के बाद बिजनेस टीम दोनों को अपने साथ देहरादून लें गई। टीम में विजिलेंस इंस्पेक्टर पंकज पोखरियाल के साथ अन्य अधिकारी मौजूद रहे। पुलिस गिरफ्त में आरोपित