बंगाल इंजीनियर ग्रुप (BEG) के उच्च अधिकारियों का पतंजलि भ्रमण, संस्थान के सेवा कार्यों को सराहा
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandip
बंगाल इंजीनियर ग्रुप की तरह ही पतंजलि भी योग और आयुर्वेद के द्वारा इनर इंजीनियरिंग पर कार्य करती है
जिनके हृदय में देश सर्वाेपरि है वह योद्धा कभी सेवा से निवृत नहीं होते
भारतीय सेना की प्रौद्योगिकी रेजिमेंट, बंगाल इंजीनियर ग्रुप एवं केंद्र, रूड़की की 222वीं वर्षगाँठ के सुअवसर पर आज रेजिमेंट के उच्च अधिकारियों एवं अन्य ऑफिसर्स ने परिवार सहित पतंजलि परिसर का भ्रमण किया।
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल आर.एम. चड्ढा, पी.वी.एस.एम., ऐ.वी.एस.एम. (सेवानिवृत्त), लेफ्टिनेंट जनरल विजय शर्मा, पी.वी.एस.एम., ऐ.वी.एस.एम. (सेवानिवृत्त) , लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. आहूजा, ऐ.वी.एस.एम. (सेवानिवृत्त) , ब्रिगेडियर एस. गोपीकृष्णन, एस.एम., ब्रिगेडियर देवेंद्र प्रताप सिंह एवं 70 से अधिक अधिकारियों ने सपत्निक स्वामी रामदेव जी व आचार्य बालकृष्ण जी से भेंट कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया।
पतंजलि रिसर्च संस्थान में आयोजित इस कार्यक्रम में स्वामी रामदेव जी ने कहा कि पतंजलि का मुख्य ध्येय नागरिकों को योग धर्म और राष्ट्र धर्म की राह दिखाकर गुलामी और कुंठा से मुक्त कर स्वस्थ और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करना है। उन्होंने आगे कहा कि पतंजलि भी बंगाल इंजीनियर ग्रुप की तरह ही योग ओर आयुर्वेद के द्वारा इनर इंजीनियरिंग पर कार्य करती है।
आचार्य बालकृष्ण जी ने कहा कि जिस प्रकार हमारी भारतीय सेना अपने कार्यों द्वारा लोगों में देशप्रेम का दीप प्रज्वलित करती है उसी प्रकार स्वामी रामदेव जी ने योग और आयुर्वेद के द्वारा लोगों में स्वास्थ्य और स्वदेशी के प्रति चेतना और जागृति का अलख जगाया है।
ब्रिगेडियर के.पी. सिंह ने बंगाल इंजीनियर ग्रुप की ओर से पतंजलि के सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार भारतीय सेना विभिन्न आयामों के द्वारा देश की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है उसी प्रकार देश के आम नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए पतंजलि भी पूर्णतः समर्पित हैं और भारतीय ध्वज की तरह ही आयुर्वेद की पताका भी विश्व में लहरा रही है।