वर्ष 2026 में शुरू होगा पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेज: डॉ धन सिंह रावत, विभागीय मंत्री ने किया कॉलेज के निर्माणाधीन भवनों का स्थलीय निरीक्षण
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandip
चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2026-27 में राजकीय मेडिकल कॉलेज पिथौरागढ़ का संचालन शुरू कर दिया जायेगा। इसके लिये विभागीय स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही है। मेडिकल कॉलेज के मुख्य भवन सहित अन्य निर्माण कार्य लगभग 45 फीसदी पूरे किये जा चुके हैं, अवशेष कार्यों को शीघ्र पूरा करने के लिये विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कुमाऊं मण्डल भ्रमण के दौरान पिथौरागढ़ पहुंचकर राजकीय मेडिकल कॉलेज का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कॉलेज के प्रशासनिक भवन सहित अन्य निर्माण कार्यों की विभागीय अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से प्रगति रिपोर्ट तलब की। मीडिया को जारी बयान में डॉ. रावत ने बताया कि राज्य सरकार 750 करोड़ की लागत से पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रही है, जिसमें 45 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरे किये जा चुके हैं।
शेष कार्य अगले छह माह के भीतर पूर्ण करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने वर्ष 2026 में मेडिकल कॉलेज का विधिवत संचालन का लक्ष्य रखा है। इसके लिये विभागीय स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही है। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकायों में फैकल्टी व मेडिकल स्टॉफ की तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, साथ ही अधिकारियों को वर्ष 2025 में मेडिकल कॉलेज के संचालन हेतु एनएमसी में आवेदन करने के निर्देश दे दिये गये हैं। डॉ. रावत ने बताया कि मेडिकल कॉलेज परिसर से सटी वन विभाग की 1.06 हेक्टअर भूमि भी भारत सरकार ने कॉलेज को हस्तातंरण की अनुमति दे दी है।
मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के उपरांत डॉ. रावत ने जिला मुख्यालय सभागार में विद्यालयी शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। जिसमें उन्होंने जिला अस्पताल सहित जनपद के सभी चिकित्सा केन्द्रों में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग के अंतर्गत जीर्ण-शीर्ण विद्यालयों की डीपीआर तैयार कर शीघ्र शासन को उपलब्ध करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। डॉ. रावत ने कहा कि राज्य सरकार सूबे में स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुलभ बनाने के लिये प्रतिबद्ध है। अधिकारियों को भी अपने कार्य एवं दायित्वों के प्रति सजग एवं समर्पित रहना होगा तभी जन अपेक्षाओं पर खरा उतर सकते हैं। बैठक में जिलाधिकारी गोविंद गिरी गोस्वामी, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज डॉ. अजय आर्य सहित मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे