मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट सदन में पेश
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश कर दिया हैं। साथ ही वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट 2024 के लिए अपना बजट भाषण शुरू कर दिया है। चुनावी साल में सरकार किस तरह देश के टैक्सपेयर से लेकर किसानों, गरीबों, नौकरीपेशा, कारोबारियों और निवेशकों को लुभाने के लिए अपना निर्णायक दांव चल पाती है या नहीं ये बजट में अहम है। हर क्षेत्र की निगाहें बजट पर टिकी हुई है।
विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का बजट पेश करते समय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने बड़ी चुनौती ये होगी कि आम से लेकर खास के लिए उनको पैसा निकालना होगा. इस अंतरिम बजट के बाद सरकार इलेक्शन मोड में आ जाएगी और ये बजट विकसित भारत की बुनियाद के लिए अहम बजट साबित हो सकता है. राम मंदिर के बाद केंद्र सरकार पहले ही टूरिज्म सेक्टर के जरिए देश की अर्थव्यवस्था के लिए अहम राजस्व आने की उम्मीद कर रही है और मान कर चला जा सकता है कि राम मंदिर के अपने वादे को पूरा करने के बाद सरकार का जोश हाई है।
देश के गरीब, किसान, महिलाएं, बुजुर्गों, स्टूडेंट्स, नौकरीपेशा से लेकर कारोबारियों की उम्मीदें और आशाएं इस समय वित्त मंत्री के ऊपर हैं। बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त राज्य मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। महामहिम राष्ट्रपति ने केंद्रीय वित्त मंत्री को दही-चीनी खिलाकर अंतरिम बजट 2024 पेश करने के लिए शुभकामनाएं दीं। उनके साथ वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और बजट टीम के सदस्य भी मौजूद रहे। यहां दोनों वित्त राज्य मंत्री डॉ भागवत कराड और पंकज चौधरी भी उपस्थित रहे।