तीन करोड़ की ठगी करने वाले 25 हजार के शातिर इनामी को हरिद्वार पुलिस ने किया गिरफ्तार
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandip
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल की कप्तानी में हरिद्वार पुलिस लगतार कामयाबी की राह पर चल रही है। इसी क्रम में बहादराबाद पुलिस ने तीन करोड़ की ठगी करने वाले एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। इसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित था। आरोपी ने रिलायंस सैटअप बॉक्स का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की थी। आरोपी ने खुद को रिलाइंस का टेक्निकल हेड बताकर पीड़ित को विश्वास में लिया था।
वर्ष 2021 में थाना बहादराबाद क्षेत्रांतर्गत प्रतिष्ठित व्यापारी अमित सैनी संचालक छोटू महाराज द्वारा थाना बहादराबाद पर अभियुक्तगण अश्वनी चौबे निवासी पटना बिहार, कुमार प्रसून निवासी ठाणे महाराष्ट्र, तरनजीत सिंह निवासी पथरी हरिद्वार व प्रशांत संगल निवासी देहरादून आदि के विरुद्ध रिलायंस सैटअप बॉक्स का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर 03 करोड़ 20 लाख की धोखाधड़ी व गबन करने संबंधी मुकदमा अपराध संख्या 349/21 धारा 406, 420, 120 बी आईपीसी दर्ज कराया गया था।
दौराने विवेचना साक्ष्य संकलन करते हुए बहादराबाद पुलिस द्वारा अभियुक्त तरनजीत व प्रशांत संगल के खिलाफ आरोप पत्र मा0 न्यायालय भेजा जा चुका है। अभियुक्त कुमार प्रसून जो पूरी घटना का मास्टरमाइंड था 2021 से लगातार फरार चल रहा था जिसके विरुद्ध माननीय न्यायालय द्वारा वर्ष 2022 में गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था। आरोपी शातिर किस्म का है जो गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था जिसकी गिरफ्तारी हेतु एसएसपी हरिद्वार द्वारा 25000 का ईनाम घोषित किया गया था।
ईनामी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एसएसपी हरिद्वार निर्देशित क्रम में बहादराबाद पुलिस द्वारा गहन सुरागरसी पतारसी कर सर्विलांस की मदद से आरोपी कुमार प्रसून को एम्स दिल्ली के पास से दबोचने में सफलता हाथ लगी। आरोपी ने खुद को रिलायंस कंपनी का टेक्निकल हैड बताकर साथी अश्वनी चौबे आदि के साथ मिलकर वादी मुकदमा अमित सैनी को उत्तराखंड का रिलायंस कंपनी के सेटअप बॉक्स का डिस्ट्रीब्यूटर बनने का झांसा देकर धोखाधड़ी से उनसे 3 करोड़ 20 लाख की धनराशि हड़प ली और रिलायंस सेटअप बॉक्स का हेडक्वार्टर बनाने के लिए बिल्डिंग का निर्माण भी कराया था। धनराशि मिलने पर आरोपी फरार हो गए थे। इनके द्वारा और कहां कहां पर इस प्रकार ठगी की गई है के संबंध में बारीकी से जानकारी की जा रही है ।
