हरिद्वार में होटल, धर्मशालाओं और आश्रमों में खुले चारधाम बुकिंग काउंटर
हरिद्वार के तमाम होटल, धर्मशाला और आश्रमों के मुख्यद्वार के करीब ही चारधाम यात्रा बुकिंग काउंटर खुल चुके है। बाकायदा बोर्ड लगाकर बुकिंग की जा रही है। चारधाम यात्रा से अलग देहरादून, मंसूरी, नैनीताल के लिए खूबसूरत पैकेज टूर के आफर दिए जा रहे है। जिसके चलते पंजीकृत ट्रैवल एजेंसियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। गैर पंजीकृत ट्रैवल एजेंसी बुकिंग करने के बाद अपना कमीशन लेकर सवारियों को दूसरी ट्रैवल एजेंसी को दे देते है। कई बार वाहन खराब होने की स्थिति में यात्रियों को तमाम कठनाईयों का सामना करना पड़ता है। ऐसी तमाम फर्जी तरीके से बुकिंग करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन कड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है।
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा एक धार्मिक यात्रा है। हिंदू धर्म में इस यात्रा को बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस यात्रा में चार पवित्र स्थानों – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा शामिल है। हिमालय की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ भगवान के मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना होती है। पुण्यफल की प्राप्ति भी होती है। हिंदू धर्म में, चारधाम यात्रा को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है।
साल में छह माह तक चलने वाली यात्रा का शुभारंभ 30 अप्रैल से हो रहा है। 30 अप्रैल को ही गंगोत्री और यमनोत्री के कपाट खोले जाएंगे। वहीं 2 मई को केदारनाथ और तो 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलेंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलेंगे। चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
तो हरिद्वार और ऋषिकेश में आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा दर्शन कराने के लिए फर्जी ट्रैवल काउंटर भी खुल चुके है। आस्था के नाम पर धोखाधड़ी से बुकिंग करके श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत का सबब बनते है।
फिलहाल जिला प्रशासन की ओर से इन तमाम फर्जी बुकिंग काउंटर की सूची बनाई जा रही है। जिसके बाद सभी पर कार्यवाही की जायेगी। इस बार जिला प्रशासन सुरक्षा के दृष्टिगत बेहद सतर्कता बरत रहा है।