एशियाई चैम्पियनशिप की जीत अनेक मायनों में महत्वपूर्ण
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandip
“पिछले दिनो राजगीर (बिहार) में आयोजित एशियाई कप महिला हाकी चैम्पियनशिप में फाइनल में पेरिस ओलम्पिक की रजत पदक विजेता चीन की टीम को 1-0 से परास्त कर विजेता ट्राफी पर कब्जा करना भारत के लिये कई मायनों में महत्वपूर्ण था।” उक्त विचार आज एशियाई चैम्पियनशिप विजेता भारतीय महिला हाकी टीम में हरिद्वार व उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करने वाली ‘मिड फील्डर’ मनीषा चौहान ने मासिक पत्रिका चेतना पथ, विद्या विहार अकादमी तथा पब्लिक स्कूल्स वैलफेयर सोसायटी की ओर से उनको उनके श्यामपुर कांगड़ी स्थित आवास पर सम्मानित किये जाने के अवसर पर व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि इस विजय का काफी श्रेय हमारे प्रशिक्षण श्री हरेन्द्र सिंह को जाता है, जिन्होंने हमें हर हाल में जीत का मूल मंत्र सिखाया।
मनीषा ने कहा कि इस जीत के साथ ही एक ओर जहाँ भारतीय महिला हाकी टीम के पेरिस ओलम्पिक के लिये क्वालीफाई न कर पाने की कसक कुछ हद तक मिटी है, तो तीसरी बार एशियाई कप जीतना तथा लगातार दो बार विजेता बनना टीम को कुछ ख़ास बनाता है। मनीषा ने कहा कि वह चाहती हैं, कि भारतीय हाकी में उत्तराखण्ड की टीम मजबूत हो और यहाँ के अधिक से अधिक खिलाड़ी अच्छी हाकी खेल कर अपने देश और प्रदेश का नाम रोशन करें। उन्होंने यह भी कहा की यदि सम्भव हुआ तो सभी के सहयोग से आगे चल कर वह एक हाकी प्रशिक्षण अकादमी खोल कर इस उद्देश्य को पूर्ण करने पर विचार करेंगी।
इससे पूर्व चेतना पथ मासिक के संपादक तथा कवि एवं साहित्यकार श्री अरुण कुमार पाठक ने मनीषा को इस जीत की बधाई देते हुए चेतना पथ के उनके ही आवरण चित्र, आलेख तथा साक्षात्कार के साथ प्रकाशित पत्रिका के नवीनतम अंक की प्रतियाँ भेंट की, तो विद्या विहार अकादमी के प्रबन्धक तथा पब्लिक स्कूल वैलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष व शिक्षाविद् श्री विजयेन्द्र पालीवाल ने विद्यालय व संस्था की ओर से उपहार व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस दौरान मनीषा चौहान के तमाम परिजन भी उपस्थित रहे।