25 जनवरी को आकाश में दिखायी देगा अद्भुत नजारा
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandi / Deshraj Sharma
25 जनवरी को एक दुर्लभ नजारा आकाश में दिखाई देगा। 6 ग्रह शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, यूरेनस, नेपच्यून एक लाइन में आ जाएंगे। इसमें शुक्र, मंगल, गुरु, शनि को भारतीय समय के अनुसार 5.37 मिनट शाम से 7 बजे तक देखा जा सकेगा। यह नजारा सामान्य तौर पर देखा जा सकेगा, जबकि यूरेनस नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन का सहारा लेना पड़ेगा।
वराहमिहिर ने अपनी पुस्तक वृहत जातकम में ऐसी घटना को बहुत दुर्लभ बताया है। इसको वृहत ग्रह चार नाम दिया है। इस संयोग को बहुत ही ज्यादा प्रकृति के विनाश का कारक बताया गया है। अग्निकांड, नरसंहार जैसी घटनाएं इस दुर्लभ संयोग के बनने से बढ़ती हैं।
वराहमिहिर जैसे ग के उल्लेख को आधार माने तो 16 मार्च से 6 पांच ग्रह एक साथ आएंगे यह भी बहुत ही ज्यादा परेशानी विश्व में पैदा करेंगे। इसको कहीं-कहीं काल खप्पर योग भी कहा गया है।
हालांकि कुंभ कला में ऐसी घटना बहुत ही दुर्लभ होगी। क्योंकि कुंभ 12 वर्षों के बाद आता है। उससे भी महाकुंभ 144 वर्षों के बाद आता है। इसमें भी नेपच्यून और यूरेनस बहुत वर्षों के बाद गति बदलते हैं। यह नजारा हमें इस सदी में नहीं दिखाई देगा। इसमें कुंभ काल का महत्व और भी अधिक होगा।
महा कुंभ में 6 ग्रह के एक लाइन में आने से दुर्लभ संयोग को अंक ज्योतिष और कई धार्मिक ग्रंथो में भी उल्लेख है। इसका उल्लेख वराहमिहिर ने भी अपनी पुस्तक वृहत जातकम में किया है। उन्होंने लिखा है कि यह घटना दुर्लभ होती है। वह भी यदि महाकुंभ के दौरान पड़े तो इसका दर्शन भी अद्भुत होगा।

