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सुश्री नलिनीत घिल्डियाल ने विकास खंड नारसन में स्वयं सहायता समूह की सीसीएल की प्रगति की समीक्षा के लिए बैंकों से संपर्क किया गया।

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Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandip

सहायक परियोजना निदेशक-जिला मिशन प्रबंधक, एनआरएलएम, सुश्री नलिनीत घिल्डियाल ने विकास खंड नारसन में स्वयं सहायता समूह की सीसीएल की प्रगति की समीक्षा के लिए बैंकों से संपर्क किया गया।
उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, मंगलोर के शाखा प्रबंधक से सीसीएल की प्रगति की जानकारी लेने पर उनके द्वारा एपीडी को बताया गया कि उनके पास 17 फाइलें हैं, लेकिन किन्ही कारणवश उन्हें होल्ड पर रखा गया है, कारण पता करने पर उन्हें बताया गया कि समूह में सदस्य बदल जाते हैं और इसकी जानकारी किसी को नहीं होती।


बैंक में बैंक सखी और आईपीआरपी दोनों उपस्थित थे। एपीडी द्वारा ब्लॉक मिशन मैनेजर को बैंक में बुलाया गया स्थिति की जानकारी ली, ब्लॉक मिशन मैनेजर प्रशांत द्वारा अवगत कराया गया कि जिन समूहों में सदस्य बदले गए हैं। उनके विषय में ब्लॉक से पत्र बैंक में भेज दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि बैंक से सहयोग अच्छा मिल रहा है और कुछ समय पहले बैंक ने ब्लॉक में विशेष कैंप लगाकर कैश क्रेडिट लिमिट किया था।


एपीडी नलिनीत घिल्डियाल द्वारा बैंक मैनेजर को बताया गया कि ब्लॉक से लिए गए विवरण के अनुसार यूजीबी, मंगलोर में 44 सीसीएल लंबित हैं, जिनमें से कुछ 180 दिनों से भी अधिक समय से लंबित हैं। उनका त्वरित निस्तारण किया जाए।
एपीडी द्वारा बीएमएम को निर्देश दिए गए हैं कि जिन समूहों की फाइल बैंक में जमा है, उनको बैंक में बुला कर सीसीएल वितरण कराएं, जिनकी पत्रवालियां बैंक सखी या अन्य कैडर के पास हैं उनको चेक लिस्ट के अनुसार पूरा करके बैंक में जमा करवाएं।
बैंक मैनेजर, यूजीबी, मंगलोर द्वारा आज 2-3 सीसीएल खाते खोलने की बात कही गई और प्रतिदिन 2-2 समूहों को बुलाकर अवशेष सभी सीसीएल का समयबद्ध निस्तारण करने का आश्वासन दिया गया साथ ही सहायक परियोजना निदेशक द्वारा बैंक शाखा प्रबंधक से ये अनुरोध भी किया गया कि समूह में कोई उद्यम करने वाली सदस्य को मुद्रा लोन से भी लाभान्वित करना चाहिए।
इसके बाद एपीडी द्वारा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, शेरपुर खेलमऊ में सीसीएल प्रगति की समीक्षा की गई, बैंक सखी और आईपीआरपी भी उपस्थित थी।


उन्होंने 6 नवंबर को बैंक में की गई समीक्षा बैठक की प्रगति की जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि जैसी योजना बनाई गई थी, उसकी अनुसर प्रगति नहीं हुई है। 6 नवंबर के बाद से अभी तक 1 भी समूह की सीसीएल नहीं हुई है। जबकि 6 समूहों की सीसीएल हो जानी चाहिए थी।
एपीडी द्वारा निराशा व्यक्त की गई है। बैंक मैनेजर द्वारा अवगत कराया गया कि जैसी योजना बनाई गई थी, उनको ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएमयू) से स्टाफ का सहयोग मिलना था जो बैंक डॉक्यूमेंट भरने में मदद करे क्योंकि उनके पास स्टाफ की कमी है। लेकिन ऐसा सहयोग ना मिलने के कारण योजना के अनुसार आगे की करवाई नहीं की जा सकी।
एपीडी द्वारा बीएमएम को बुलाकर सभी लोन फॉर्म भरने के लिए एरिया कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। साथ ही इंटरनल प्रोफेशनल रिसोर्स पर्सन (आईपीआरपी) और बैंक सखी को निर्देश दिए गए हैं कि सभी समूहों को सुचित करेंगे और उनके स्तर से होने वाले कार्य को इसी सप्ताह पूरा करेंगे।


उन्होंने अवगत कराया कि बैंक 25 एसएचजी खाते हैं, इनमें से 7 कि सीसीएल हो चुकी है। 18 समूहों की सीसीएल होनी है।जिनमें से अब तक ब्लॉक द्वारा 24 आवेदन किए गए है। 14 समूहों में सीसीएल वितरण का कार्य इसी महीने में अपना-अपना कार्य पूरा करने के लिए कहा गया है। अवशेष 4 समूहों के सीसीएल आवेदन ब्लॉक द्वारा किये जायेंगे और साथ ही चेक लिस्ट के साथ उनकी पत्रावलियां बैंक में जमा की जायेगी।
यूबीआई शेरपुर खेलमऊ में सभी 18 सीसीएल के कार्य को 5 दिसंबर तक की समय सीमा रखी गई है। सहायक परियोजना निदेशक, नलिनीत घिल्डियाल द्वारा बताया गया कि वह स्वयं इसका अनुश्रवण करेंगी।

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