टायर फैक्ट्री में श्रमिकों का आंदोलन तेज
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandi / Deshraj Sharma
वेतन बढ़ोतरी और बर्खास्तगी के विरोध में आंदोलन कर रहे टायर फैक्ट्री के कर्मचारियों ने सोमवार को लक्सर में महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में पहुंचे जनप्रतिनिधियों और किसान नेताओं ने फैक्ट्री प्रबंधन पर श्रमिकों की अनदेखी और मनमानी का आरोप लगाया। वहीं, प्रशासन ने मामले को सुलझाने के लिए मंगलवार को दोनों पक्षों की बैठक कराने का आश्वासन दिया, जिसके बाद महापंचायत शांतिपूर्वक संपन्न हुई।
महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया और नगर में कई स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई। सुरक्षा घेरे में आयोजित महापंचायत में बड़ी संख्या में कर्मचारी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और नेता मौजूद रहे।
सरधना (उत्तर प्रदेश) से सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन श्रमिकों की मांगों को नजरअंदाज कर रहा है। उन्होंने बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली और वेतन वृद्धि की मांग उठाई। वहीं, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने प्रशासन से मांग की कि वह प्रबंधन पर दबाव बनाकर कर्मचारियों को उनका हक दिलाए। किसान नेता कीरत सिंह ने चेतावनी दी कि जब तक कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल और एसपी देहात शेखर सुयाल मौके पर पहुंचे और श्रमिकों से वार्ता की। अधिकारियों ने मंगलवार को फैक्ट्री प्रबंधन और श्रमिक प्रतिनिधियों की बैठक कराने का भरोसा दिलाया, जिस पर कर्मचारी सहमत हो गए।
ये है मामला:
लक्सर स्थित टायर फैक्ट्री के कर्मचारियों का कहना है कि हर तीन साल में इंक्रीमेंट होता है, लेकिन इस बार तीन साल बीत जाने के बावजूद वेतन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई। इसके विरोध में 17 मार्च से कर्मचारी धरने पर बैठे हैं। वार्ता विफल होने के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने 27 और 28 मार्च को 20-20 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। इसके बाद तीन कर्मचारियों को बर्खास्त भी कर दिया गया। इससे नाराज कर्मचारियों ने महापंचायत का ऐलान किया। अब सभी की नजरें मंगलवार को होने वाली बैठक पर टिकी हैं, जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि मामला सुलझाया जा सकेगा।
