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पर्यटन विभाग ने जोशीमठ में ‘‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम” को धरातल पर उतारा

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Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet DhimanAnirudh vashisthMashruf Raja

राज्य सरकार ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। पर्यटन विभाग उत्तराखंड राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दे रही है। इसी कड़ी में जोशीमठ में वाइब्रेंट विलेज के साथ साथ अन्य गावो के युवाओ को हेरिटेज टूर गाइड का प्रशिक्षण दिया गया।
उत्तराखंड में टूरिज्म इंडस्ट्री का विकास तेजी से हो रहा है. यह क्षेत्र देश के सॉफ्ट पावर को मजबूत करने के अलावा कमाई का महत्वपूर्ण जरिया है. केंद्र और राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर टूरिज्म को बढ़ावा दे रही हैं. ऐसे में टूरिस्ट गाइड (Tourist Guide) का करियर आजकल काफी आकर्षक और फायदेमंद साबित हो रहा है. इस फील्ड में अधिक रोजगार पैदा करने (Tourism Jobs) की क्षमता है. जोशीमठ को पर्यटन प्रदेश बनाने की दिशा में तेजी से बढ़ाए जा रहे कदमों की कड़ी में अब यहां हेरिटेज टूर भी सैलानियों को आकर्षित करेंगे। इसके लिए जोशीमठ में पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थानीय स्तर पर 40 हेरिटेज टूर गाइड तैयार किए गए है , जिसमे 18 वाइब्रेंट विलेज के युवक एवं युवतिया है।
पर्यटन विभाग उत्तराखण्ड और टूरिज्म एवं हॉस्पिटैलिटी स्किल काउंसलिंग के तत्वावधान में दस दिवसीय निशुल्क हेरिटेज टूरिज्म गाइड का प्रशिक्षण जोशीमठ में दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को हेरिटेज टूरिज्म और हेरिटेज टूर गाइड की प्रस्तुति, व्यवहार, संचार, उत्तराखंड विरासत स्थल के रूप में तथा सतत और जिम्मेदार पर्यटन आदि विभिन्न पक्षों पर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही उन्हें हेरिटेज स्थल नरसिंह मदिर, ज्योतिर्मठ मंदिर , कल्पवृक्ष आदि की यात्रा भी कराई गयी। साइट विजिट के दौरान पूर्व धर्माधिकारी बद्रीनाथ श्री भुवन उनियाल जी, ज्योतिर्मठ मंदिर के मैं पुजारी श्री महिमानंद उनियाल जी ने प्रशिक्षुओं को जोशीमठ के इतिहास, मदिर सर्किट, चमोली की संस्कृति एवं मंदिर के इतिहास की जानकारी दी। जोशीमठ में बर्फ़बारी पड़ने के बावजूद प्रशिक्षुओं ने जोशीमठ से औली तक पैदल ट्रेक किया। औली पहुंचने पर भारत तिब्बत सीमा पुलिस के औली स्थित एडवेंचर सेण्टर में प्रशिक्षुओं को एडवेंचर से सम्बंधित सभी गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी गयी।
जोशीमठ में हास्पिटेलिटी स्किल काउंसिल (टीएचएससी) के माध्यम से युवाओं को हेरिटेज टूर गाइड के प्रशिक्षण के लिए 12वीं पास 18 से 55 साल तक की आयु के बहुत से प्रतिभागियों ने आवदेन किया था । प्राथमिकता के आधार पर 40 युवक एवं युवतियों को ट्रेनिंग के लिए चयनित किया गया प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षुओं का ऑनलाइन एग्जाम हुआ।
आईटीबीपी जोशीमठ में जवानों एवं अधिकारियों के साथ दस दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि श्री वी.एन. खाली, प्राचार्य डिग्री पी.जी. कॉलेज एवं सहायक कमांडेंट आईटीबीपी श्री अमरनाथ जी को पुष्प गुच्छ एवं मोमेंटो भेंट कर की गई। अतिरिक्त निदेशक श्रीमती पूनम चंद मैम पूरे कार्यक्रम के दौरान ऑनलाइन जुड़ी रहीं। उन्होंने सभी छात्रों से बातचीत की, उनकी प्रतिक्रिया ली और उन्हें शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। आईटीबीपी जवानों द्वारा छात्रों के लिए विभिन्न साहसिक उपकरणों और विभिन्न आर्मगनों से संबंधित एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को प्रत्येक उपकरण व आर्मगन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान छात्रों को जवानों ने रोप क्लाइंबिंग भी करायी. पूरा दिन साहसिक गतिविधियों से भरा रहा। कार्यक्रम के बाद सभी छात्रों ने सेना के जवानों की तरह आईटीबीपी मेस में दोपहर का भोजन किया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम ने वाइब्रेंट विलेजेज के बच्चों के लिए रोजगार के नये आयाम खोले हैं। इस पुरे ट्रेनिंग प्रोग्राम को समर्पित मीडिया सोसाइटी ने धरातल पर सुचारु रूप से उतारा

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