आईआईटी रुड़की ने मनाया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रूड़की ने स्थिरता, विज्ञान एवं नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के साथ 28 फरवरी, 2024 को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2024 मनाया। इस वर्ष विज्ञान दिवस का विषय “विकसित भारत हेतु स्वदेशी तकनीक” रहा। वार्षिक विज्ञान दिवस व्याख्यान, जिसका शीर्षक है “ससटैनिबिलिटी एंड रेस्पोंसिबल साइन्स:टूवर्ड्स ए न्यू सोश्ल कांट्रैक्ट,” मुख्य अतिथि, द हनी बी नेटवर्क के संस्थापक, पद्म श्री प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता द्वारा दिया गया।
शैक्षणिक मामलों के कुलशासक प्रोफेसर अपूर्व कुमार शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में हमारे जीवन में विज्ञान के महत्व पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने जनवरी 2024 में आयोजित इंटर-स्कूल साइंस क्विज़ – इनक्विजिटिव, नवोन्वेषी विचार प्रतियोगिता, विज्ञान प्रदर्शनी एवं ओपन हाउस में जबरदस्त भागीदारी के लिए रूड़की के सभी स्कूलों की सराहना की। मोंटफोर्ट स्कूल, रूड़की ने विज्ञान प्रश्नोत्तरी व इनोवेटिव आइडिया प्रतियोगिताओं में प्रथम पुरस्कार जीता। माउंट लिट्रा जी स्कूल ने विज्ञान प्रदर्शनी में प्रथम पुरस्कार जीता। विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता में कुल चौदह विद्यालयों के 84 विद्यार्थियों ने भाग लिया। ओपन हाउस के दौरान स्कूली बच्चों ने मेडलिकॉट संग्रहालय, टिंकरिंग लैब, इंस्टीट्यूट इंस्ट्रुमेंटेशन सेंटर और भौतिकी व रसायन विज्ञान विभाग की प्रयोगशालाओं का भी भ्रमण किया। विविधता एवं समावेशी समिति (डीआईएनसी), आईआईटी रूड़की द्वारा शैक्षणिक मामलों के कार्यालय व एनएसएस, आईआईटी रूड़की के सहयोग से “वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान” विषय पर एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। डीआईएनसी, आईआईटी रूड़की द्वारा आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में 10 स्कूलों के 50 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
विज्ञान दिवस पर मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की के निदेशक प्रोफेसर केके पंत द्वारा विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। विभिन्न स्कूलों के कुल 60 छात्रों ने विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार जीते। अपने संबोधन में, आईआईटी रूड़की के निदेशक प्रोफेसर केके पंत ने छात्रों को नवोन्वेषी बनने और अपने विज्ञान समझ को जमीनी स्तर पर अभ्यास में लाने की सलाह दी। उन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर भी जोर दिया। प्रोफेसर पंत ने भारत के विकसित राष्ट्र बनने के सपने को पूरा करने के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को विकसित करने में जिज्ञासु युवा दिमाग को बढ़ावा देने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने युवाओं को समाज के लाभ के लिए स्थायी नवाचार के विचार से जुड़ने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
उप निदेशक प्रोफेसर यू.पी. सिंह ने अपने भाषण में हमारे जीवन में विज्ञान के महत्व पर जोर देते हुए छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन शैक्षणिक मामलों के सह कुलशासक (मूल्यांकन) प्रोफेसर एन.के. नवानी के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का उत्सव स्थिरता एवं वैश्विक कल्याण पर ध्यान देने के साथ युवा दिमागों को विज्ञान एवं नवाचार के चमत्कारों का पता लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।