सीएम धामी कार्यकाल के चार साल, केदारनाथ धाम में हुई पूजा अर्चना
Kuldeep Khandelwal/ Niti Sharma/ Kaviraj Singh Chauhan/ Vineet Dhiman/ Anirudh vashisth/ Mashruf Raja / Anju Sandi
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सुशासन के चार वर्ष पूर्ण होने पर “विकास संकल्प पर्व” के तहत केदारनाथ धाम में विशेष पूजा अर्चना
प्रदेश एवं भारत वर्ष के चहुंमुखी विकास के लिए की गई सामूहिक प्रार्थना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार के कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण उत्तराखंड में “विकास संकल्प पर्व” उल्लासपूर्वक मनाया जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल केदारनाथ धाम में विशेष पूजा-अर्चना कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर भगवान केदारनाथ के पावन धाम में देश एवं प्रदेश की सुख-समृद्धि, प्रगति, सामाजिक सौहार्द, और सतत विकास की कामना के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत पूजा-अर्चना की गई।
विशेष पूजा कार्यक्रम में श्रद्धालु, तीर्थ पुरोहित, अधिकारी एवं यात्रा से जुड़े कर्मी उपस्थित रहे। इस दौरान मंदिर परिसर में विशेष सजावट की गई थी और चारों ओर आध्यात्मिक वातावरण व्याप्त था।
कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु समुचित प्रबंध किए गए थे। मंदिर समिति एवं तीर्थ पुरोहितों द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश के चहुंमुखी विकास के लिए आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी उत्तराखंड को आत्मनिर्भर, समृद्ध एवं सशक्त बनाने की प्रार्थना की गई तथा उन्होंने मा० मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व, संवेदनशीलता तथा लगातार निगरानी के चलते वर्ष 2025 की चारधाम यात्रा विशेष रूप से केदारनाथ यात्रा का संचालन सुचारू, सुरक्षित एवं श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुरूप संपन्न हो रहा है।
केदारनाथ धाम में विशेष पूजा के माध्यम से प्रदेश की उन्नति की कामना की गई तथा वैदिक विधियों के साथ धार्मिक आयोजन सम्पन्न हुआ, इस “विकास संकल्प पर्व” के तहत जनभागीदारी को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया, यह आयोजन उत्तराखंड सरकार की जनहितकारी योजनाओं और विकासात्मक उपलब्धियों के प्रति जनता को जागरूक करने एवं जनसंपर्क को सुदृढ़ करने का माध्यम बना। केदारनाथ जैसे आस्था के केंद्र में इस प्रकार के आयोजन से राज्य में सकारात्मक ऊर्जा और जनसहभागिता को नई दिशा मिली है।